भारत-अमेरिका की थल, जल और वायु सेना पहली बार संयुक्त अभ्यास करेंगी, 1700 सैनिकों के साथ जंगी जहाज शामिल होंगे
भारत-अमेरिका की थल, जल और वायु सेना पहली बार संयुक्त अभ्यास करेंगी, 1700 सैनिकों के साथ जंगी जहाज शामिल होंगे
वॉशिंगटन. भारतीय और अमेरिकी सेना की तीनों विंग पहली बार संयुक्त अभ्यास करेंगी। यह युद्धाभ्यास 13 से 21 नवंबर तक आंध्रप्रदेश के काकीनाडा और विशाखापट्टनम में होगा। मानवीय मदद और आपदा राहत पर केंद्रित इस युद्धाभ्यास का नाम 'टाइगर ट्रंफ' रखा गया है। अमेरिका के गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा- इस महीने के अंत तक भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना और अमेरिका की आर्मी, नेवी, एयर फोर्स और मरीन कॉर्प्स एक साथ अभ्यास करेंगी।
दरअसल, समुद्र में लूट और तस्करी रोकने के लिए अमेरिका के 10वें राष्ट्रीय दक्षिण-पूर्व एशिया सहयोग और प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 9 दिन के इस युद्धाभ्यास का आयोजन किया जा रहा है। अमेरिका ने इसे इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग बढ़ाने का उदाहरण कहा है। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका ने भारतीय प्रशांत क्षेत्र के सहयोगियों के साथ सुरक्षा सहयोग पर 770 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। 'टाइगर ट्रंफ' नाम का यह अभ्यास भी अमेरिका की इंडो-पैसेफिक रणनीति का हिस्सा होगा।
भारत और फ्रांस के बीच 'एक्सरसाइज शक्ति' जारी
इस बीच भारतीय सेना का फ्रांस के साथ द्विपक्षीय संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभियान, राजस्थान के 'महाजन फील्ड' फायरिंग रेंज में जारी है। मंगलवार को सेना के प्रवक्ता ने कहा- 13 नवम्बर तक चलने वाले 'एक्सरसाइज शक्ति' का उद्देश्य भारत और फ्रांस के बीच साथ मिलकर ऑपरेशन चलाने की क्षमता मजबूत करना है। सितंबर में भारत ने समुद्री सुरक्षा बढ़ाने और आपसी समन्वय मजबूत करने के लिए अमेरिका और जापान के साथ त्रिपक्षीय मालाबर सैन्य अभ्यास में भी हिस्सा लिया था।